प्राचार्य सन्देश
खेल के मैदान में हॉकी ढ छोटी बॉल के पीछे दौड़ते हुए यही विचार मेरे मन में गूंजते रहे हैं, तब से आज तक जिला मुख्यालय के विभिन्न विद्यालयों और क्रीड़ा परिसर की प्राचार्य के रूप में मेरा प्रशाशनिक कैरियर २५ वर्षों के लंबे कालक्रम का साक्षी रहा है। अपने विद्यार्थी जीवन में अनुशाशन और खेल के मैदान में अपने श्रेष्ठ स्थान की अदम्य अभिलाषा ने मुझे हॉकी के राष्ट्रीय अवसर पर अपनी क्षमता को अभिव्यक्त करने का मौका दिया। निः संदेह विद्यालयों का क्षितिज उससे कहीं ज्यादा व्यापक विविधता भरा और चुनौतीपूर्ण है। इन दोनों ही क्षेत्रों में सफलता के लिए केवल आज्ञापालन, अनुशाशन, परिश्रम और स्वास्थय तथा स्वछता के प्रति चेतना ही एक व्यक्ति की उत्तरजीविता के लिए अपरिहार्य है।
इस प्रतिष्ठित विद्यालय की प्राचार्या के रूप में मेरा लक्ष्य समाज के समक्ष ऐसे मानव संसाधन प्रस्तुत करना है, जिनका अंतिम लक्ष्य और एकनिष्ठ पहचान एक श्रेष्ठ अनुशाषित और समाज के प्रति प्रतिबद्ध नागरिक के रूप में हो, एक ऐसा विद्यार्थी जिसे अपने विद्यालय पर गर्व हो…
और…
जिस पर विद्यालय को अभिमान हो…

कमला केरकेट्टा
प्राचार्या
शा. आ. उ. मा. विद्यालय
जशपुरनगर
जिला – जशपुर (छ.ग.)
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