पर्यवेक्षण
विद्यालय की समस्त छात्र संस्था को प्राचार्य के संरक्षकत्व में प्रत्येक शिक्षक के लिये 10-15 विद्यार्थियों के अनुपात में डमदजवत कीे व्यवस्था की गयी है। इस अनूठी योजना में विद्यालय का प्रत्येक शिक्षक, 10-12 विद्यार्थी जो विभिन्न कक्षाओं के होते हैं का डमदजवत बनाया जावेगा जो अपने संरक्षण के विद्यार्थियों का मित्र, मार्गदर्शक और दैनिक परामर्शदाता की भूमिका उनके समस्त शैक्षणिक और दैनिक कार्यकलापों में निभाना सुनिश्चित किया जा रहा है, जिसकी सतत् पर्यवेक्षण विद्यालय के प्राचार्य द्वारा किया जाता है। विद्यालयों में शिक्षकों और छात्रों की दैनंदिनी उपलब्धि और क्रियाकलापों के सूक्ष्म पर्यवेक्षण की एक विशिष्ट व्यवस्था सत्र 2012-13 से ही प्रारंभ है, जिसमें पंजी में सभी शिक्षकों को प्रतिदिवस अपने कालखण्डो और उसमें अध्यापन किये गये विषय वस्तु को दर्शाना अनिवार्य है जिससे उसका एक ही दृष्टि में तत्काल अवलोकन संभव है। इसके अतिरिक्त विद्यालय के समस्त छात्रों की क्पंतल उपलब्ध करायी गयी है, जिसमें प्रतिपृष्ठ प्रति दिवस के मान से सभी कालखण्डों, शिक्षकों द्वारा अध्यापन स्तर का सतत् एवं व्यापक मूल्यांकन होता रहता है इसका प्रतिदिवस निरीक्षण प्राचार्य द्वारा किये जाने से छात्र एवं अध्यापक दोनो के कार्य व्यवहार में कसावट एवं परिणाम उन्मुख अध्यापन की सुलभता उपलब्ध हुई है।
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